एक विचारक ने कहा ...
कि मनुष्य में धैर्य हो तो बड़ी से बड़ी 
समस्या का समाधान हो सकता है 
व्यक्ति ने प्रति प्रश्न किया ..
कि क्या धैर्य से आप छलनी में
पानी  
को ठहरा सकते हो...  
क्या ये संभव है...?? 
विचारक का जवाब था कि..... 
'पानी'
को 'बर्फ़' बनने तक का  
तुम में 'धैर्य' होगा तो... 
यह भी संभव है.....💐